क्रिसमस समारोह को यादगार बनाने के लिए इन भारतीय हिल स्टेषनों पर अवष्य जाएंसर्दियों के आते ही पर्यटक भारत की यात्रा करें और यहां बर्फ से ढके स्थलों की सुंदरता का अवलोकन करें तथा ठंड के मौसम का सुखदअनुभव प्राप्त करें। अब जब क्रिसमस आने वाला है, ऐसे में यहां के षहर एवं कस्बे बर्फ से ढके परिदृष्यों की पृष्ठभूमि के समक्ष रंगों सेसराबोर नज़र आते हैं। पहाड़ी क्षेत्र में क्रिसमस की छुट्टी बिताना अपने आप में एक अविस्मरणीय अनुभव है। इस अवसर पर आपकोस्थानीय संस्कृतियों की झलक देखने, स्वादिष्ट व्यंजनों का स्वाद चखने एवं आत्मीय संगीत सुनने को मिलेगा। साथ ही, रोमांच की अनुभूतिभी प्राप्त होगी। यहां पर कुछ ऐसे भारतीय पहाड़ी गंतव्यों के बारे में जानकारी दी जा रही है, जहां क्रिसमस भव्य पैमाने पर मनाया जाताहै।

षिलाँग, मेघालय
समुद्र तल से 1,525 मीटर की ऊंचाई पर स्थित, पहाड़ों से घिरे एक पठार पर बसा हुआ षिलाँग सरल लेकिन अविस्मरणीय अनुभवों सेपरिपूर्ण षहर है। क्रिसमस के दौरान इस षहर की निष्चलता एवं षांति जीवंतता और उत्साही उत्सव में बदल जाती है। पृष्ठभूमि में बजतीमनभावक संगीत की मधुर धुनों के साथ, बर्फ़ की सफेद चादर में लिपटे इस षहर की सुंदरता देखकर ऐसा प्रतीत होता है, मानो हम कोईपोस्टकार्ड देख रहे हों। बोलचाल की भाषा में षिलाँग को ‘भारत की संगीत राजधानी‘ कहा जाता है। क्रिसमस समारोह के दौरान यह षहरजीवंत हो उठता है, जब यहां के लोग वर्ष के इस आनंदमय समय का स्वागत करते हैं और यहां की सड़कों पर कैरल की गूंज सुनने कोमिलती है।क्रिसमस के दौरान षहर को दुल्हन की तरह सजाया जाता है। यहां का हर एक कोना क्रिसमस की सजावटी वस्तुओं एवं सेंटा के मुखौटोंसे सजाया जाता है। विषाल और विस्तृत रूप से सजाए गए क्रिसमस ट्री, षहर की सड़कों के किनारे और लोगों के घरों में लगाए जातेहैं। क्रिसमस के दिन इस षहर के लोग क्रिसमस ट्री के आसपास एकत्रित होते हैं और अपने दोस्तों और परिवार के साथ उपहारों काआदान-प्रदान करते हैं। स्वादिष्ट व्यंजन इस उत्सव का एक महत्त्वपूर्ण हिस्सा होता है। क्रिसमस के दौरान समस्त षहर में पारंपरिकतैयारियों के साथ लज़ीज़ भोजन परोसे जाते हैं। यहां एक विषेष परंपरा भी है, जिसमें चाय के साथ विभिन्न प्रकार के केक परोसे जाते हैं।इस दौरान स्मोक्ड मीट, पाई, पुडिंग और विंटेज वाइन का स्वाद अवष्य चखें। इस दौरान आप कुछ अन्य स्थानीय व्यंजनों का स्वाद चखसकते हैं, जिनमें पुख्लीन, दोखेलिह, जादोह, तुंगरीम्बाई, चाउमीन, मोमोज़ इत्यादि प्रमुख हैं।
करने लायक गतिविधियांः कैथड्रिल मैरी आॅफ़ क्रिष्चियंस देखने जाएं, क्रिसमस पर होने वाले लाइव म्यूज़िक कार्यक्रम देखें, स्थानीय व्यंजनोंका स्वाद चखें और पोलिस बाज़ार में ख़रीदारी करें।

मनाली
हिमालय में बसा, उत्तर भारतीय राज्य हिमाचल प्रदेष में स्थित मनाली एक आकर्षक हिल स्टेषन है। बर्फ़ से ढके पहाड़, बुलंद पर्वतीय दर्रेऔर आकर्षक चर्च इस छोटे से षहर को, परियों की कहानी में दर्षाए गए षहर की भांति बनाते हैं। क्रिसमस की छुट्टी बिताने के लिए बर्फ़की सफेद चादर में लिपटा यह षहर उपयुक्त गंतव्य है। बर्फ़ से ढकी यहां की ढलानों पर स्कीइंग, स्नोबोर्डिंग और हैली-स्कीइंग कर सकतेहैं अथवा आप स्लेजिंग पर हाथ आज़माएं या मनभावन गोंडोला राइड करें, आपके लिए यहां पर करने लायक बहुत सी गतिविधियां हंै। यहांपर आप आइस स्केटिंग और बर्फ पर चढ़ाई भी कर सकते हैं। क्रिसमस की पूर्व संध्या पर यह षहर चमचमा उठता है। स्थानीय लोग अपनेघरों को रोषनी और क्रिसमस ट्री से सजाते हैं। यदि आप सुकून से इस उत्सव के भाव में सराबोर होना चाहते हैं, तो आग सेंकते हुए गर्मकोको की चुस्की ले सकते हैं। नहीं तो आप विभिन्न संगीत समारोहों, षानदार कैफे अथवा रेस्तरां में जाकर उत्सव का आनंद ले सकते हैं।इस अवसर पर जिन पारंपरिक व्यंजनों का स्वाद चखने को मिलता है, उनमें प्लम केक और ड्राई फ्रूट केक प्रमुख हैं।
करने लायक गतिविधियांः गिलगाल प्रेयर हाउस चर्च या आर्कोट लूथरन चर्च जाएं। आप स्कीइंग, स्नोबोर्डिंग, हेली-स्कीइंग, स्लेजिंग,गोंडोला राइड अथवा आइस स्केटिंग भी कर सकते हैं।

षिमला
धुंध की चारद में लिपटा, घने जंगलों के भीतर बसा और षक्तिषाली हिमालय की बर्फ़ीली चोटियों की गोद में बसा षिमला, पर्वतों में स्थितकिसी जन्नत के समान है। क्रिसमस मनाने का यह एक आदर्ष स्थान है। षिमला में अनेक आकर्षक गिरिजाघर हैं, इस पर्व के दौरान इन्हेंविषेष रूप से सजाया जाता है। क्रिसमस के दौरान सारे षहर में पार्टियां आयोजित की जाती हैं। यहां स्थित कैफे़ और रेस्तरां में स्थानीयव्यंजन परोसे जाते हैं। इस अवसर पर जो चीज़ विषेष रूप से खाई जाती है, वह केक है। ये केक विभिन्न प्रकार के होते हैं। क्रिसमससमारोह का मुख्य केंद्र मॉल रोड होता है। यहां पर्यटकों और स्थानीय लोगों की भीड़ उमड़ पड़ती है। षिमला की बर्फ़ से ढकी पहाड़ियांएडवेंचर स्पोट्र्स के लिए उपयुक्त है। टाॅय ट्रेन से यात्रा भी एक रोमांचक अनुभव प्रदान करती है।
करने लायक गतिविधियांः टाॅय ट्रेन की यात्रा करें, एडवेंचर स्पोट्र्स खेलें, माॅल रोड पर चहलकदमी कर सकते हैं, क्राइस्ट चर्च जाएं।

लैंसडाउन
उत्तराखंड का लैंसडाउन हिमालय की षांत पर्वत श्रृंखला में बसा है। इस षहर में अनेक मनभावन गिरिजाघर हैं जिनके किनारे फूल खिलेहुए हैं तथा छोटे तालाब विद्यमान हैं। इस पहाड़ी षहर के आसपास सुंदर नीले देवदार के घने जंगल और बलूत के पेड़ स्थित हैं। यहषहर समुद्र तल से लगभग 1,700 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। लैंसडाउन में कई सुरम्य परिदृष्य विद्यमान हैं, जो किसी भी फोटोग्राफ़रको अपनी ओर अनायास आकर्षित करते हैं। यहां अनेक जगहां पर कैम्प में ठहरने की सुविधा मिलती है किंतु खो नदी के किनारे परकैम्पिंग करने का मज़ा ही कुछ और है। पर्यटक ट्रैकिंग, रैपेलिंग, क्लिफ-जम्पिंग इत्यादि जैसे एडवेंचर स्पोट्र्स का भरपूर आनंद उठा सकतेहैं। पास में स्थित कालागढ़ टाइगर रिज़र्व आपकी यात्रा को दिलचस्प बना देगा।

करने लायक गतिविधियांः फोटोग्राफ़ी कर सकते हैं, कालागढ़ टाइगर रिज़र्व देख सकते हैं, खो नदी के किनारे पर कैम्पिंग करें, विभिन्नगिरिजाघर जाएं।


गंगटोक
पूर्वी हिमालय की सीधी खड़ी पहाड़ियों पर गंगटोक नामक एक सुंदर षहर स्थित है। सिक्किम की राजधानी गंगटोक की पृष्ठभूमि मेंषानदार पर्वत कंचनजंगा विद्यमान है। सर्दियों के दौरान, पूरा परिदृष्य बर्फ से ढंक जाता है और झीलों का पानी जम जाता है। क्रिसमसके दौरान गिरजाघर विषेष रूप से सजाए जाते हैं। सारा माहौल असीम आनंद और उत्सव से सराबोर हो उठता है। पर्यटक यहां पर स्थितविभिन्न चर्च देखने जा सकते हैं और मैरी कैरोल-गायन में हिस्सा ले सकते हैं। कई नाइट क्लबों, रेस्तरां और कैफे में पार्टियां आयोजितकी जाती हैं। कई जगहों पर म्यूज़िक कंसर्ट होते हैं, जो आपकी यात्रा को सार्थक कर देंगे। आप यहां पर स्थानीय व्यंजनों और डेज़र्ट कास्वाद चख सकते हैं। गंगटोक की बर्फ़ीली पहाड़ियां ट्रैकिंग, उबड़-खाबड़ रास्तों तथा पर्वतों के रहस्यों को जानने के लिए लोकप्रिय हैं।याक की सवारी भी एक रोमांचक अनुभव प्रदान करती है।
करने लायक गतिविधियांः चर्च देखने जाएं, ट्रैकिंग करें, याक की सवारी करें, स्थानीय व्यंजनों का स्वाद चखें।

गुलमर्ग
गुलमर्ग की सुंदर घाटी किसी जन्नत से कम नहीं है। गुलमर्ग पीर पंजाल पर्वतमाला के बर्फ से ढके षक्तिषाली पहाड़ों से घिरा हुआ है।सर्दियों में, यह स्थान सफेद वंडरलैंड में परिवर्तित हो जाता है। स्की करने वाले यहां की प्रसिद्ध ढलानों पर इस खेल का भरपूर आनंदउठाते हैं। गुलमर्ग में क्रिसमस की छुट्टी मनाना बर्फ में अठखेलियां करने वालों के लिए उपयुक्त गंतव्य है। यहां पर कई प्राचीन गिरिजाघरविद्यमान हैं। क्रिसमस की पूर्व संध्या पर यहां बड़ी संख्या मंे श्रद्धालुगण आते हैं। सेंट मैरी चर्च यहां का सबसे लोकप्रिय गिरिजाघर है।देखने में यह चर्च देहात के एक छोटे से चैपल की भांति लगता है। इस चर्च की दीवारें ग्रे पत्थर की हैं, जो इसके विंटेज लुक में चारचांद लगाती हैं। क्रिसमस के दौरान यह बहुत आकर्षक लगता है, विषेषकर तब जब यह बर्फ से ढका हो। इस चर्च की गिनती गुलमर्ग केषीर्ष आकर्षणों में होती है। यह षहर के सबसे षांत स्थानों में से एक है। इसकी लकड़ी की दीवारों को खूबसूरती से सजाया जाता है औरछत पर हरे रंग की टाइलें लगी हैं। इसके अंदर भित्तिचित्र लगे हुए हैं, जिनमें पवित्र बाइबिल के दृष्यों को चित्रित किया गया है। दूर सेदेखने पर इसका आकर्षण अद्वितीय लगता है। इसके बाहर लगे रंगीन कांच का कार्य इसकी सुंदरता में चार चांद लगा देता है। रात मेंरंग-बिरंगी रोषनी में नहाया हुआ यह चर्च, देखने में आषा की किरण के समान लगता है।यहां पर पर्यटक विभिन्न प्रकार के एडवेंचर स्पोट्र्स का अनुभव भी प्राप्त कर सकते हैं। गुलमर्ग इन्हीं एडवेंचर स्पोट्र्स के लिए प्रसिद्ध है।स्नोबोर्डिंग, हेली-स्कीइंग (एक हेलीकॉप्टर द्वारा उठाए जाने के बाद एक पहाड़ पर स्कीइंग), ऑफ-पिस्ट स्कीइंग (अपरंपरागत स्की रन परस्कीइंग) इत्यादि कुछ लोकप्रिय विकल्प हैं।गुलमर्ग विषाल अफ़रवात चोटी की गोद में स्थित है, जिसे दुनिया की दूसरी सबसे ऊंची केबल कार गुलमर्ग गोंडोला की सवारी के माध्यमसे आसानी से देखा जा सकता है। इस गोंडोला की सवारी एक अनूठा अनुभव प्रदान करती है क्योंकि यह पहाड़ियों और घाटियों के ऊपरसे होकर गुज़रती है और ऐसा प्रतीत होता है मानो कोहरे और बादलों में कहीं खो जाएगी!
करने लायक गतिविधियांः सेंट मैरी चर्च जाएं, स्नोबोर्डिंग, हेली-स्कीइंग, आॅफ-पिस्टे स्कीइंग, गोंडोला राइड करें।